gizmobs.com द्वारा इस पोस्ट या आर्टिकल में आपको कंप्यूटर से सम्बंधित जानकारिया दी गयी हैं। ये जानकारियो इस प्रकार है – कंप्यूटर क्या है ( what is computer in hind), कंप्यूटर के प्रकार (what is computer types in Hindi), कंप्यूटर का इतिहास (history of computer in Hindi), कंप्यूटर की कार्यप्रणाली (working of computer in Hindi), कंप्यूटर में हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर (hardware and software in computer)
कंप्यूटर क्या हैं – what is computer in Hindi
कंप्यूटर एक Electronic Device हैं जिसका मुख्य कार्य यूजर द्वारा दिए गए इनपुट डाटा का रिजल्ट देना होता हैं। कंप्यूटर का processor यूजर इनपुट को समझता हैं और उसका रिजल्ट पेज user display पर शो करता हैं। यूजर द्वारा दिए गया इनपुट डाटा कुछ भी हो सकता हैं जैसे – कंप्यूटर के माउस को चलाना, कीबोर्ड टाइप करना, कैलकुलेशन करना, वेब ब्राउज़िंग करना या गेम खेलना या अन्य।
कंप्यूटर पर यूजर द्वारा किया गया कोई भी कार्य यूजर इनपुट डाटा कहलाता हैं। क्योकि कंप्यूटर प्रोसेसर या कंप्यूटर दिमाग केवल बाइनरी कोड (0, 1) को ही समझता हैं। इसलिए जब यूजर कंप्यूटर पर कोई भी कार्य करता है तो वह भी एक बाइनरी कोड या डाटा के रूप में प्रोसेसर को प्राप्त होता है जिसे प्रोसेसर समझता है और डाटा के अनुरूप ही उसका रिजल्ट भी प्रदान करता है। लेकिन ये सब बाइनरी कोड हमे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के द्वारा एक यूजर डिफाइंड लैंग्वेज में शो होते हैं। जिसके द्वारा यूजर कंप्यूटर पर डाटा इनपुट करना व उसका रिजल्ट रीड करना आसानी से करता हैं।
Computer शब्द को लेटिन भाषा के “Computare” शब्द से लिया गया है जिसका हिंदी में अर्थ गणना करना होता है। अर्थात कंप्यूटर एक गणना यन्त्र है। कंप्यूटर में पहले से advance calculation programmes डाले होते है जिनकी सहायता से हम कंप्यूटर पर बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन को पल भर में ही कर लेते है।
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कंप्यूटर का इतिहास ? History of Computer in Hindi
कंप्यूटर का इतिहास बड़ा ही रोचक है कंप्यूटर की रचना से लेकर इसमे आये हुए बदलाव में बहुत से विशेषज्ञो ने अपना विषेस योगदान दिया है। जिससे कंप्यूटर की विषताये बढ़ती जा रही है। लेकिन इन सभी में चार्ल्स बेबेज (Charles Babbage) का योगदान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है । इसी कारण चार्ल्स बेबेज (Charles Babbage) को आधुनिक कंप्यूटर का पिता (father of modern computer या father of computer) भी कहा जाता है।
कंप्यूटर के इतिहास (history of computer) को कंप्यूटर की बदलती हुइ जनरेशन के अनुसार बताया गया है कंप्यूटर के इतिहास में कंप्यूटर में बहुत से बदलाव आये है इन सभी को जनरेशन के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। कंप्यूटर की जनरेशन कंप्यूटर में आये हुए बदलाव के कारण बढ़ती रहती है। अभी मुख्यतः 5 जनरेशन उपलब्ध है :-
Fifth Generation’s of computer :-
- First Generation
- Second Generation
- Third Generation
- Fourth Generation
- Fifth Generation
1)First Generation computer :- first generation के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया जाता था साथ ही इन कंप्यूटर का साइज बहुत ही ज्यादा बड़ा होता था । इन जनरेशन के कंप्यूटर में ऊर्जा की खपत बहुत ज्यादा होती थी । इन कंप्यूटर को चलाने के लिए Machine Language का उपयोग होता था ।
2)Second Generation computer :- second generation के कंप्यूटर में Transistors का उपयोग किया जाता था साथ ही इन कंप्यूटर का साइज पहली जनरेशन के कंप्यूटर से छोटा होता था । और साथ ही यह पहले जनरेशन के कंप्यूटर से ज्यादा तेज होते थे । इन जनरेशन के कंप्यूटर में high level programming language का उपयोग होता था ।
3)Third Generation computer :- third generation के कंप्यूटर में integrated circuit का उपयोग किया जाता था। transistors छोटा कर सिलिकॉन की चिप में लगाया गया (जिसे semiconductor भी कहते है ) इससे कंप्यूटर की स्पीड में तेजी आयी। third generation में कामो को कीबोर्ड व माउस की मदत से किया जाने लगा था।
4)Fourth Generation computer :- fourth generation के कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग होने लगा था। जिससे कंप्यूटर में कैलकुलेशन करने की स्पीड अन्य जनरेशन से बहुत ज्यादा थी।
5)Fifth Generation computer :- fifth generation यानि की आज की जनरेशन के कम्प्यूटर्स को कहते है इन कम्प्यूटर्स में एडवांस लेवल के माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया जाता है जिससे इनकी गढ़ना करने की समता बहुत ही अधिक हो जाती है। fifth generations के कंप्यूटर में artificial intelligence , Voice Recognition आदि विशेषताए होती है।
कंप्यूटर कैसे काम करता है working of Computer
दोस्तों कंप्यूटर में तो आजकल हर कोई काम करता है लेकिन सबको ये मालूम नहीं होता की आखिर कंप्यूटर काम कैसे करता है. तो अगर आप जानना चाहते हैं कि आखिर कंप्यूटर की कार्य प्रणाली क्या है तो चलिए हम बताते हैं। आसान भाषा में कहें तो कंप्यूटर के कार्य करने के लिए तीन चीजों की जरूरत होती है इनपुट प्रोसेसिंग और आउटपुट, कंप्यूटर की कार्य करने की प्रणाली को मुख्य रूप से तीन भागो में विभाजित किया गया है। इन तीनो भागो के द्वारा ही कंप्यूटर अपने कार्य को पूर्ण रूप से पूरा करता है। ये तीनो भाग निम्नवत है :-
- input
- processing
- output
1)Input :– कंप्यूटर में किसी भी सूचना को इनपुट डिवाइस की सहायता से डालना ही इनपुट कहलाता है। जैसे किसी मैसेज को टाइप करना या माउस से क्लिक बटन को दबाना, आदि।
2)Processing :- इनपुट द्वारा दिए हुए डाटा को आउटपुट के लिए तैयार करने की प्रोसेस को प्रोसेसिंग कहते है।
3)Output :- इनपुट किये हुए डाटा का प्रोसेसिंग कर रिजल्ट आना एक आउटपुट है। आउटपुट डाटा visual, sound या फिर hard copy (फोटो स्टेट) कुछ भी हो सकती है। जिसे आप मॉनिटर या प्रिंटर के माध्यम से देख सकते है।
कंप्यूटर हार्डवेयर व कंप्यूटर सॉफ्टवेयर क्या होते हैं – what is computer hardware and software
hardware and software in computer– computer एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिस कारण इसमे हार्डवेयर का इस्तेमाल होता है। साथ ही कंप्यूटर को यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए इसमे यूजर इंटरफ़ेस दिया गया है जिसके द्वारा यूजर बिना किसी प्रोग्रामिंग नॉलेज के इसी चला सके। इसके लिए कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है। अब आप सभी ये तो जान गए की हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कंप्यूटर में क्यों किया है। अब बात आती है की हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर किसे कहते है ? (what is hardware and software in computer)
हार्डवेयर (computer hardware kya h) :- हार्डवेयर कंप्यूटर के वह पार्ट होते है जिसे आप छू सकते है व इनका physical आकार व् भार भी होता है।
सॉफ्टवेयर (computer software kya h) :- सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का वह पार्ट होते है जिन्हे आप छू नहीं सकते और न ही इनका कोई physical आकार होता है। ये केवल set of instructions होते है जिनका कार्य कंप्यूटर में किसी विशेष ऑपरेशन को पूरा करना होता है।
कंप्यूटर के उपयोग– Uses of Computer in Hindi?
वैसे तो आप आजकल देख रहे होंगे कि कंप्यूटर हर किसी के पास है और हर कोई अपने अनुसार कंप्यूटर का इस्तेमाल करता है। फिर भी हमने संस्थानों के अनुसार कंप्यूटर के उपयोग को बांट दिया है। चलिए अब जान लेते हैं उसका उपयोग जहां किया जाता है।
- शिक्षा (Education)
- सरकारी आफिस कार्य (Government Office work)
- रक्षा संस्थान (Defense)
- अस्पताल (Hospital)
- खेल (Sports)
- बिज़नेस (Business)
- विज्ञानं एवं अनुसंधान (Science & Research)
- मनोरंजन (Entertainment)
- मौसम विभाग (Whether department)
कंप्यूटर के प्रकार – Computer Types in Hindi
कंप्यूटर को उसकी समता व कार्य क्षेत्र के अनुसार वर्गीकृत किया गया हैं कंप्यूटर के प्रकार में लैपटॉप, डेस्कटॉप व टेबलेट आदि नाम सुने होंगे लेकिन कंप्यूटर की कार्य क्षेत्र व समता के आधार पर ये सभी एक ही प्रकार में आते है। कंप्यूटर को मुख्य रूप से 4 भागो में वर्गीकृत किया हुआ है।
Types of Computer –
- Super Computer
- Mainfram Computer
- Mini Computer
- Micro Computer
1. Super Computer :- सुपर कंप्यूटर दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर होते है। जिनकी कार्य करने की समता सामान्य कम्यूटर की तुलना में कई गुना ज्यादा होती है। इन सुपर कंप्यूटर का उपयोग उन कार्यो के लिए किया जाता है। जहा कुछ ही समय में बहुत ही बड़ी मात्रा में कैलकुलेशन करनी होती है। जैसे – रिसर्च सेंटर्स, डाटा सेंटर्स आदि स्थानों में
2. Mainframe Computer :- मेनफ्रेम कंप्यूटर भी सामान्य कंप्यूटर की तुलना में बहुत तेज होते है। लेकिन ये सुपर कंप्यूटर की तरह Powerful नहीं होते है। अतः इनका उपयोग सरकारी संस्थानों आदि जगहों में किया जाता है जहा से वह अपनी पूरी आर्गेनाइजेशन को संभल सके व साथ ही उन सभी के डाटा को एक जगह सुरक्षित भी रख सके।
3. Mini Computer :- मिनी कंप्यूटर को mid-range computer भी कहते है क्योकि इनकी कीमत सुपर कंप्यूटर व मेनफ्रेम कंप्यूटर की तुलना में बहुत ही कम होती है। इनका उपयोग छोटी कम्पनीओ (small businesses) में किया जाता है। मिनी कंप्यूटर को किस भी सिंगल यूजर की आवश्यकता के अनुसार डिज़ाइन नहीं किया जाता है। इसे कंपनी के किसी specific कार्य के अनुसार डिज़ाइन किया जाता है। जैसे :- किसी कंपनी के किसी प्रोडक्ट में bar-code लगाने या चेक करने में व आदि कार्यो के लिए।
4. Micro Computer :- माइक्रो कंप्यूटर के अंतर्गत डेस्कटॉप, लैपटॉप, टेबलेट, स्मार्टफोन व आदि चीज़े (desktop computer, laptop, tablet, smartphone and etc…) आती है। जिनका उपयोग एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, व छोटे कार्यो के लिए किया जाता है। माइक्रो कंप्यूटर अन्य कंप्यूटरस की तुलना में बहुत ही सस्ते होते है जिन्हे सामान्य कार्यो के लिए डिज़ाइन किया होता है।
computer से संबंधित FAQs –
भारत में पहली बार कंप्यूटर कब आया?
कोलकाता में इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टिट्यूट में पहली बार 1952 में कंप्यूटर को स्थापित किया गया. इस प्रकार भारत में इस यंत्र का चलन शुरू हो गया।
कंप्यूटर की खोज किसने की और कब?
इसे बनाने वाले इंसान का नाम चार्ल्स बैबेज है और जिन्हें कंप्यूटर के जनक और पिता के रूप में भी जाना जाता है या यूं कहें कि कंप्यूटर की आविष्कार करने के कारण उन्हें ही कहा जाता है कि कंप्यूटर की खोज चार्ल्स बैबेज ने सन 1823 ईस्वी में की है।
कम्प्यूटर क्या होता है?
कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए डाटा और निर्देशों को इनपुट डिवाइस के माध्यम से प्राप्त करता है।
ऊपर दी गयी जानकारी द्वारा आप कंप्यूटर के बारे में अच्छे तरह से जान गए होगे । यदि इसके बाद भी आपकी कोई query या प्रश्न हो तो आप हमे कमेंट या ईमेल द्वारा पूछ सकते है । यदि आपको यह पोस्ट या आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे साथ ही कमेंट कर हमे बताये ।
ईमेल @ :- karkiinfo@gmail.com
bahut hi achhi jankari for new person jo computer ke bare me kuchh sikhna chahte hai.
Thank You…